Sri Raghavendra Ashtottara Shatanamavali Hindi
१. | ओं स्ववाग्देवता सरिद्भक्तविमलीकर्त्रे नमः |
२. | ओं श्रीराघवेन्द्राय नमः |
३. | ओं सकलप्रदात्रे नमः |
४. | ओं क्षमा सुरेन्द्राय नमः |
५. | ओं स्वपादभक्तपापाद्रिभेदनदृष्टिवज्राय नमः |
६. | ओं हरिपादपद्मनिषेवणाल्लब्धसर्वसम्पदे नमः |
७. | ओं देवस्वभावाय नमः |
८. | ओं दिविजद्रुमाय नमः । [इष्टप्रदात्रे] |
९. | ओं भव्यस्वरूपाय नमः |
१०. | ओं सुखधैर्यशालिने नमः |
११. | ओं दुष्टग्रहनिग्रहकर्त्रे नमः |
१२. | ओं दुस्तीर्णोपप्लवसिन्धुसेतवे नमः |
१३. | ओं विद्वत्परिज्ञेयमहाविशेषाय नमः |
१४. | ओं सन्तानप्रदायकाय नमः |
१५. | ओं तापत्रयविनाशकाय नमः |
१६. | ओं चक्षुप्रदायकाय नमः |
१७. | ओं हरिचरणसरोजरजोभूषिताय नमः |
१८. | ओं दुरितकाननदावभूताय नमः |
१९. | ओं सर्वतन्त्रस्वतन्त्राय नमः |
२०. | ओं श्रीमध्वमतवर्धनाय नमः |
२१. | ओं सततसन्निहिताशेषदेवतासमुदायाय नमः |
२२. | ओं श्रीसुधीन्द्रवरपुत्रकाय नमः |
२३. | ओं श्रीवैष्णवसिद्धान्तप्रतिष्ठापकाय नमः |
२४. | ओं यतिकुलतिलकाय नमः |
२५. | ओं ज्ञानभक्त्यायुरारोग्य सुपुत्रादिवर्धनाय नमः |
२६. | ओं प्रतिवादिमातङ्ग कण्ठीरवाय नमः |
२७. | ओं सर्वविद्याप्रवीणाय नमः |
२८. | ओं दयादाक्षिण्यवैराग्यशालिने नमः |
२९. | ओं रामपादाम्बुजासक्ताय नमः |
३०. | ओं रामदासपदासक्ताय नमः |
३१. | ओं रामकथासक्ताय नमः |
३२. | ओं दुर्वादिद्वान्तरवये नमः |
३३. | ओं वैष्णवेन्दीवरेन्दवे नमः |
३४. | ओं शापानुग्रहशक्ताय नमः |
३५. | ओं अगम्यमहिम्ने नमः |
३६. | ओं महायशसे नमः |
३७. | ओं श्रीमध्वमतदुग्दाब्धिचन्द्रमसे नमः |
३८. | ओं पदवाक्यप्रमाणपारावार पारङ्गताय नमः |
३९. | ओं योगीन्द्रगुरवे नमः |
४०. | ओं मन्त्रालयनिलयाय नमः |
४१. | ओं परमहंस परिव्राजकाचार्याय नमः |
४२. | ओं समग्रटीकाव्याख्याकर्त्रे नमः |
४३. | ओं चन्द्रिकाप्रकाशकारिणे नमः |
४४. | ओं सत्यादिराजगुरवे नमः |
४५. | ओं भक्तवत्सलाय नमः |
४६. | ओं प्रत्यक्षफलदाय नमः |
४७. | ओं ज्ञानप्रदाय नमः |
४८. | ओं सर्वपूज्याय नमः |
४९. | ओं तर्कताण्डवव्याख्याकर्त्रे नमः |
५०. | ओं कृष्णोपासकाय नमः |
५१. | ओं कृष्णद्वैपायनसुहृदे नमः |
५२. | ओं आर्यानुवर्तिने नमः |
५३. | ओं निरस्तदोषाय नमः |
५४. | ओं निरवद्यवेषाय नमः |
५५. | ओं प्रत्यर्धिमूकत्वनिदानभाषाय नमः |
५६. | ओं यमनियमासन प्राणायाम प्रत्याहार ध्यानधारण समाध्यष्टाङ्गयोगानुष्टान निष्टाय नमः । [नियमाय] |
५७. | ओं साङ्गाम्नायकुशलाय नमः |
५८. | ओं ज्ञानमूर्तये नमः |
५९. | ओं तपोमूर्तये नमः |
६०. | ओं जपप्रख्याताय नमः |
६१. | ओं दुष्टशिक्षकाय नमः |
६२. | ओं शिष्टरक्षकाय नमः |
६३. | ओं टीकाप्रत्यक्षरार्थप्रकाशकाय नमः |
६४. | ओं शैवपाषण्डध्वान्त भास्कराय नमः |
६५. | ओं रामानुजमतमर्दकाय नमः |
६६. | ओं विष्णुभक्ताग्रेसराय नमः |
६७. | ओं सदोपासितहनुमते नमः |
६८. | ओं पञ्चभेदप्रत्यक्षस्थापकाय नमः |
६९. | ओं अद्वैतमूलनिकृन्तनाय नमः |
७०. | ओं कुष्ठादिरोगनाशकाय नमः |
७१. | ओं अग्रसम्पत्प्रदात्रे नमः |
७२. | ओं ब्राह्मणप्रियाय नमः |
७३. | ओं वासुदेवचलप्रतिमाय नमः |
७४. | ओं कोविदेशाय नमः |
७५. | ओं बृन्दावनरूपिणे नमः |
७६. | ओं बृन्दावनान्तर्गताय नमः |
७७. | ओं चतुरूपाश्रयाय नमः |
७८. | ओं निरीश्वरमत निवर्तकाय नमः |
७९. | ओं सम्प्रदायप्रवर्तकाय नमः |
८०. | ओं जयराजमुख्याभिप्रायवेत्रे नमः |
८१. | ओं भाष्यटीकाद्यविरुद्धग्रन्थकर्त्रे नमः |
८२. | ओं सदास्वस्थानक्षेमचिन्तकाय नमः |
८३. | ओं काषायचेलभूषिताय नमः |
८४. | ओं दण्डकमण्डलुमण्डिताय नमः |
८५. | ओं चक्ररूपहरिनिवासाय नमः |
८६. | ओं लसदूर्ध्वपुण्ड्राय नमः |
८७. | ओं गात्रधृत विष्णुधराय नमः |
८८. | ओं सर्वसज्जनवन्दिताय नमः |
८९. | ओं मायिकर्मन्दिमतमर्दकाय नमः |
९०. | ओं वादावल्यर्थवादिने नमः |
९१. | ओं साम्शजीवाय नमः |
९२. | ओं माध्यमिकमतवनकुठाराय नमः |
९३. | ओं प्रतिपदं प्रत्यक्षरं भाष्यटीकार्थ (स्वारस्य) ग्राहिणे नमः |
९४. | ओं अमानुषनिग्रहाय नमः |
९५. | ओं कन्दर्पवैरिणे नमः |
९६. | ओं वैराग्यनिधये नमः |
९७. | ओं भाट्टसंग्रहकर्त्रे नमः |
९८. | ओं दूरीकृतारिषड्वर्गाय नमः |
९९. | ओं भ्रान्तिलेशविधुराय नमः |
१००. | ओं सर्वपण्डितसम्मताय नमः |
१०१. | ओं अनन्तबृन्दावननिलयाय नमः |
१०२. | ओं स्वप्नभाव्यर्थवक्त्रे नमः |
१०३. | ओं यथार्थवचनाय नमः |
१०४. | ओं सर्वगुणसमृद्धाय नमः |
१०५. | ओं अनाद्यविच्छिन्न गुरुपरम्परोपदेश लब्धमन्त्रजप्त्रे नमः |
१०६. | ओं धृतसर्वद्रुताय नमः |
१०७. | ओं राजाधिराजाय नमः |
१०८. | ओं गुरुसार्वभौमाय नमः |
इति राघवेन्द्र अष्टोत्तर शतनामावली सम्पूर्णा